घूसखोर लेखपाल रंगे हाथ गिरफ्तार : एंटी करप्शन टीम ने घूस लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा
ज़िले में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई के तहत भूलेख कार्यालय के एक कर्मचारी को एंटी करप्शन टीम ने घूस लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया,यह कार्रवाई मंगलवार को उस वक्त अंजाम दी गई जब आरोपी लेखपाल अभिनव ओझा, चिकित्सा प्रतिपूर्ति से संबंधित एक कार्य के लिए रिश्वत की मांग कर रहे थे।
आपको बता दें कि शिकायतकर्ता जिनरत्न मौर्य जो लालगंज थाना क्षेत्र के परेवा के निवासी हैं,जिन रत्न मौर्या के पिता जगन्नाथ जो तीन बार लेखपाल संघ के अध्यक्ष भी रह चुके थे,जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता के पिता जगन्नाथ ने अपने शरीर को जिंदा रहते दान करने की बात कही थी,वहीं मृत्यु के बाद बस्ती मेडिकल कॉलेज में दे दिया गया,बेटा अपनी पिता के इलाज के चिकित्सा प्रतिपूर्ति का भुगतान रिपोर्ट लगाने के लिए 7 महीनों से चक्कर लगाता रहा लेकिन लेखपाल अभिनव ओझा द्वारा 10 हजार की मांग की गई,एंटी करप्शन टीम को इस मामले की जानकारी कई दिनों पहले मिली थी,जिसके बाद से टीम लगातार इस पूरे मामले पर नजर रखे हुए थी,आखिरकार आज टीम ने कार्यालय में ट्रैप बिछाकर आरोपी को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया,गिरफ्तार किए जाने के बाद टीम आरोपी लेखपाल को कोतवाली ले गई, जहां उससे पूछताछ की जा रही है,लेखपाल अभिनव ओझा पहले भानपुर तहसील में तैनात थे,लेकिन हाल ही में उन्हें कलेक्ट्रेट स्थित भूलेख कार्यालय में अटैच किया गया था,वहीं से वह चिकित्सा प्रतिपूर्ति के पटल पर कार्य कर रहे थे।
पीड़ित जिन रत्न ने आरोप लगाते हुए कहा कि एक कार्य को निपटाने के बदले जिन रत्न 10 हजार घूस की मांग की थी। थकाहार कर जिनरत्न ने इस संबंध में एंटी करप्शन कार्यालय जाकर औपचारिक रूप से शिकायत दर्ज कराई थी,शिकायत के आधार पर एंटी करप्शन टीम ने योजना बनाकर बस्ती में ट्रैप किया और आज इस योजना को अंजाम देते हुए आरोपी को रंगेहाथ पकड़ लिया। जैसे ही गिरफ्तारी की खबर फैली, कलेक्ट्रेट परिसर में हड़कंप मच गया,कलेक्ट्रेट के कर्मचारी संघ के अध्यक्ष समेत कई कर्मचारी कोतवाली पहुंच गए और मामले की जानकारी ली,फिलहाल आरोपी से पूछताछ जारी है और उसके खिलाफ कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है,एंटी करप्शन टीम द्वारा मामले की विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है।