बलिया शहर में सुलेशन का नशा करते हुए नाबालिग बच्चा देखा गया
सरकार ने शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए प्राईमरी से लगायत उच्च शिक्षा तक हर संभव कोशिश किया। आलम यह है कि इतना के बावजूद कहीं न कहीं अभिभावकों में कमी दिख रही है। तभी तो बलिया शहर में नाबालिग बच्चा सुलेशन का नशा करते हुए देखा गया।जिसे देखकर शायद आप भी चौंक जायेंगे।
नशाखोरी के जाल में कैसे नाबालिग बच्चे फंस रहे हैं। किसी आश्चर्य से कम नहीं है। जिस बच्चा के हाथ में किताब होनी चाहिए , वो बच्चा सुलेशन का नशा कैसे ले रहा है जरा गौर से देखिए।ऐसे में गार्जियन किस नींद में सोए हैं कि उन्हें यह पता तक नहीं है कि हमारा बच्चा कहां है। 14 साल के इस नाबालिग बच्चा को देखकर निश्चित ही आप सोचने पर मजबूर हो जाएंगे। कुर्सी पर बैठकर पंचर (पंक्चर)साटने वाले केमिकल यानी सुलेशन का नशा कर रहा था। प्लास्टिक की थैली में सुलेशन डालकर सूंघते ही बच्चा बेसुध हो गया और सवाल जवाब करने पर बोलने की हालत तक में नहीं रहा।
बच्चा ने बताया कि नशे के लिए सुलेशन 20 किलोमीटर दूर हल्दी से लेकर आया था। बता दें कि सुलेशन बहुत ही खतरनाक केमिकल होता है, जो शरीर में जाने के बाद फेफड़ों में सूजन होने का खतरा देता है। यह जानलेवा भी साबित हो सकता है ।कबाड़ का काम करके नशे के लिए पैसा इकट्ठा करता है यह बच्चा, अपने साथियों के साथ नशा करता है। उसने यह भी बताया कि उसके माता-पिता गरीब हैं , खाना बनाने का काम करते हैं। उसने बताया कि उसका एक भाई नशे की गिरफ्त में था लेकिन वह ठीक हो गया।