बाघ और वनविभाग के बीच चल रहा लुका-छुपी का खेल।
मोहम्मदी रेंज के अन्तर्गत बाघ प्रभावित क्षेत्र मूड़ा अस्सी में बाघ को पकड़ने हेतु उक्त स्थल पर पिंजरे लगाये गये हैं। डा0 दया, पशुचिकित्सक एवं डा0 नितेश कुमार कटियार, पशुचिकित्सक कानपुर चिड़ियाघर वनकर्मियों के साथ क्षेत्र को आइसोलेट करते हुये बाघ को ट्रैंक्युलाइज करने का प्रयास कर रहे हैं। बाघ को रेस्क्यू करने की प्रक्रिया के दौरान लोगों को उक्त क्षेत्र में जाने से लोगो को रोका गया है। वन कर्मी इमलिया, अजान, मूड़ा जवाहर, घरथनियां एवं बांसगाव सहित समीपवर्ती ग्रामों में मानव वन्यजीव संघर्ष की रोकथाम के दृष्टिगत संवाद स्थापित कर रहे हैं।जहाँ अब तक इस क्षेत्र मे बाघ ने करीब 15 दिनों मे दो लोगो को अपना शिकार बनाया है फिर भी वन विभाग बाघ को पकड़ने मे अब तक नाकाम साबित हों रहा है।