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समान अवसर, स्वस्थ्य जीवन: स्कूल में मासिक धर्म और बाल विवाह पर सशक्त संवाद

समान अवसर, स्वस्थ्य जीवन: स्कूल में मासिक धर्म और बाल विवाह पर सशक्त संवाद

आज  राजकीय बालिका इंटर कॉलेज,बसहिया पाते, जरवल में किशोरियों एवं उनके अभिभावकों के साथ स्वास्थ्य विभाग एवं उम्मीद परियोजना के संयुक्त तत्वाधान माहवारी स्वच्छता,विवाह की सही उम्र एवं लैंगिक समानता विषयक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मोबियस फाउंडेशन के वित्तीय सहयोग से पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ़ इण्डिया द्वारा उम्मीद परियोजना के अंतर्गत जरवल ब्लॉक के सभी गांवों में विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम किया जाता है।

कार्यक्रम के अंतर्गत छात्राओं एवं अभिभावक के साथ चर्चा, किशोरियों का स्वास्थ्य जाँच,तथा साप-सीढ़ी के खेल के माध्यम से विवाह की सही उम्र एवं लैंगिक भेदभाव विषयक चर्चा की गयी, साथ ही माहवारी स्वच्छता प्रबन्धन पर जानकारी के साथ सनेट्री पैड का वितरण किया गया। 


कार्यक्रम में उपस्थित अतिथि श्री कल्लन इदरीसी, जिला आयुक्त,भारत स्काउट्स और गाइड्स ने सम्बोधित करते हुए किशोरियों को बताया कि बढ़ती उम्र में किशोरियों में कई बदलाब आते है, इसके लिए आवश्यक है कि उनके द्वारा अपने अभिभावक अथवा अध्यापक से इन विषयों पर चर्चा किया जाएँ। 

कार्यक्रम में पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ़ इण्डिया से डॉ शोभा ने अभिभावकों से विवाह की सही उम्र पर चर्चा करते हुए बताया कि ऐसा विवाह जिसमें लड़की की उम्र 18 वर्ष से कम और लड़के की उम्र 21 वर्ष से कम हो, वह बाल विवाह माना जाता है। बाल विवाह से बहुत सारे सामाजिक, पारिवारिक एवं व्यक्तिगत कारण हैं जैसे- सामाजिक सोच से जुड़ी लैंगिक असमानतायें; लडकियों को बोझ माना जाना; महिलाओं की भूमिका केवल बच्चे पैदा करने और घरेलू कार्यों के लिये माना जाना, जिस कारण शिक्षा और दूसरे अवसर उन्हें कम मिलते हैं; बाल विवाह के हानिकारक परिणामों के बारें में समाज में जानकारी या जागरूकता न होने के कारण भी यह कुप्रथा प्रचलित है।इसलिए इस कुप्रथा को समाप्त करने के लिए किशोरियों को शिक्षित करना एवं सशक्त बनाना आवश्यक है।साथ ही लैंगिक समता एवं समानता पर खेल के माध्यम से किशोरियों को जानकारी दी गयी।

इसके पश्चात् प्रधानाचार्या डॉ खुशबू ने किशोरियों के साथ माहवारी स्वच्छता पर जानकारी देते हुए बताया कि इस उम्र में किशोरियों के अंदर कई प्रश्न होते है, जिन पर चर्चा करना आवश्यक है, सभी किशोरियों के अपने चिंताओं और प्रश्नों को खुलकर सामने रखा।

कार्यक्रम में राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य एवं राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के द्वारा कुल 169 किशोरियों की स्वास्थ्य जाँच हुई ,600 सेनेटरी पैड का वितरण किया गया तथा खेलो-जीतो के द्वारा पुरस्कार दिया गया।

कार्यक्रम में उपरोक्त के अतिरिक्त प्रमुख रूप से विद्यालय की अध्यापिका डॉ कृति चौरसिया,श्रीमती सोनम,आरकेएसके एवं आरबीएसके टीम से डॉ अनिल,डॉ पूनम,सुश्री रचना,सुश्री ममता,श्री रविन्द्र चौधरी,सुश्री अमिता, पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ़ इण्डिया से अभिषेक पाठक अवधेश,बिंदु, के साथ लगभग 200 छात्राओं एवं अभिभावकों ने प्रतिभाग किया ।

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