स्वतंत्रता दिवस के दिन जिला अस्पताल में बांट दिया मुर्गा-भातः छत्तीसगढ़ में हिंदू संगठनों ने जताया विरोध; CMHO बोले- ये नियम के खिलाफ, होगी जांच
छत्तीसगढ़।पूरा देश जहाँ एक तरफ स्वतंत्रता दिवस मना रहा था और एक दूसरे का मुँह मीठा मिठाई से करवा रहा था वहीं दूसरी ओर एक रोचक और शर्मनाक मामला सामने आया की छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा मरवाही के जिला अस्पताल में स्वतंत्रता दिवस के दिन कुछ लोगों ने मरीजों और परिजनों को मुर्गा-भात की दावत दे दिया ।आपको बता दें की जिला अस्पताल के सामने गुरुकुल मैदान में आजादी का पर्व मनाया जा रहा था उसी दौरान जिला अस्पताल में कुछ अज्ञात लोग अंदर आये और खाने पीने का सामान बांटने लगे। लेकिन ये लोग मिठाई या अन्य सामान नहीं लाये थे बल्कि मुर्गा और चावल पका कर साथ लाये थे।CMHO के मुताबिक किसी भी भोज्य पदार्थ को अस्पताल में बिना अनुमति बांटना नियम के विरुद्ध है।
बताया जा रहा है कि, जब खाना बांटा जा रहा था उसी दौरान वहां पर मौजूद कुछ लोगों ने उन्हें देख लिया और इसका विरोध भी किया। साथ ही इसका वीडियो भी बना लिया। जब लोगों ने उनसे पूछताछ की तो खाना बांटने आए लोग वहां से चले गए। बाद मे इस मामले की शिकायत थाने में भी की गई है।
अस्पताल पहुंचे बजरंग दल के लोग जताया विरोध
चिकन बांटने का विरोध बजरंग दल समेत दूसरे हिंदू संगठन ने भी जताया है। सावन के महीने और स्वतंत्रता दिवस पर सरकारी अस्पताल में नॉन वेज बांटने की जानकारी मिलने पर कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे। संगठनों ने CMHO के सामने नाराजगी व्यक्त करते हुए आपत्ति दर्ज कराई।
गौरेला थाना में की गई लिखित शिकायत
नॉन-वेज बांटने की जानकारी मिलने पर CMHO रामेश्वर शर्मा भी अस्पताल पहुंचे और स्टाफ से मामले की जानकारी ली। उन्होंने मीडिया को बताया की, बिना किसी अधिकारी की अनुमति के भोज्य पदार्थ को अस्पताल में बांटा जाना गलत है।यह आप नहीं कर सकते।बिना गुणवत्ता जांच के इस तरह कुछ भी बांटना नियम के भी विरुद्ध है। हमने इसकी जानकारी पुलिस को भी दे दी है साथ ही उच्च अधिकारियों को मामले का संज्ञान दिया है।
सुरक्षा के सवाल पर उन्होंने कहा कि, सुरक्षाकर्मी मेन गेट पर थे, भोजन मेन गेट से नहीं लाया गया था। ये लोग साइड गेट से पहुंचे थे और जिस तरह ये बांटा गया है ऐसा लग रहा है कि छिपाकर ही बांटा गया होगा। इसकी अनुमति किसी भी अधिकारी से नहीं ली गई है।
CCTV फुटेज खंगाले जा रहे
CMHO ने कहा कि, क्या भोजन खाने लायक है, कौन सा मरीज क्या खा सकता है यह गाइडलाइन से ही तय होता है। इसे सिर्फ स्टाफ ही बता सकता है। मामले की पुष्टि होने पर गौरेला थाना में लिखित शिकायत भेजी है और FIR के लिए कहा है। फिलहाल, गौरेला पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। अस्पताल के CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं।