मण्डलीय उद्योग बन्धु समिति की बैठक मण्डलायुक्त अखिलेश सिंह की अध्यक्षता में आयुक्त सभागार में सम्पन्न हुयी। उन्होने औद्योगिक क्षेत्र में जल निकासी के निराकरण हेतु विभागीय अधिकारी को निर्देशित किया कि परसपर समन्वय स्थापित करते हुए शीघ्रातिशीघ्र आवश्यक कार्यवाही करें। मण्डलायुक्त द्वारा संबंधित विभागों को निर्देशित किया गया कि निवेशक इकाइयों के स्थापना में आ रही कठिनाईयों को तत्काल निराकरण प्राथमिकता के आधार पर कराना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही सब्सिडी का लाभ भी दिलाया जाय।
उन्होने यह भी निर्देश दिया कि उद्योग लगाने के लिए अगर कोई समस्या आती है तो बैठक में अवगत कराया जाय, जिससे समस्या का निराकरण किया जा सकें। उन्होने प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, ओडीओपी वित्त एवं पोषण योजना, निवेशमित्र पोर्टल पर लम्बित मामलों की गहन समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिया है। औद्योगिक फीडर में आबाध विद्युत आपूर्ति की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया कि लोकल फाल्ट को दूर किया जाय। ढीले विद्युत तारों को टाइट किया जाय। उन्होने यह भी निर्देश दिया कि औद्योगिक क्षेत्र में जितने प्लाट है, उनके विद्युत कनेक्शन/बिल का सत्यापन किया जाय।
उन्होने औद्योगिक क्षेत्र खलीलाबाद में कूड़ा डम्पिंग की समीक्षा किया। अधिशासी अधिकारी नगरपालिका द्वारा बताया गया कि कूड़ा डम्पिंग समस्या के लिए भूमि का चयन अलग जगह किया गया है, जल्द ही इस समस्या का निराकरण कर दिया जायेंगा। मण्डलायुक्त ने निर्देश दिया कि जल्द से जल्द माह नवम्बर तक पूर्ण करा लिया जाय।
आईजी आर.के. भारद्वाज ने कहा कि उद्यमियों की समस्याओं का निराकरण करना शासन की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में है। उन्होने एलडीएम को निर्देशित किया कि उद्यमियों के अभिलेखों का सत्यापन करते हुए समयान्तर्गत ऋण वितरण किया जाय। बैठक का संचालन संयुक्त आयुक्त उद्योग हरीश प्रताप सिंह द्वारा किया गया। बैठक में उपायुक्त वाणिज्यकर प्रभाकर सरोज, अधिशासी अभियन्ता सिंचाई राकेश कुमार गौतम, डीएलसी बी.एल. शर्मा, उपायुक्त उद्योग हरेन्द्र प्रताप, चेम्बर्स आफ कामर्स के सचिव हरिश्चन्द्र शुक्ला तथा विभागीय अधिकारी तथा उद्यमीगण उपस्थित रहें।