10अप्रैल होम्योपैथिक मेडिकल एसोसिएशन द्वारा होम्योपैथिक दिवस के अवसर पर जिला चिकित्सालय स्थित डा0 हैनिमैन जी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर जन्मदिवस मनाया गया।
बस्ती।उक्त अवसर पर एसोसिएशन के अध्यक्ष डा0 वीरेन्द्र कुमार त्रिपाठी ने कहा कि डा0हैनिमैन जी का जीवन दुखियों, बीमारों और गरीबों की सेवा के लिए ही हुआ था डा0 हैनिमैन जी को इसी कारण महात्मा की उपाधि से भी सम्मानित किया गया था,डा0 हैनिमैन जी द्वारा होम्योपैथिक विधा के जन्मदाता होने का गौरव प्राप्त है, जिन्होंने बच्चों, महिलाओं, बुजुर्गों के साथ सभी वर्गों का ध्यान रखते हुए होम्योपैथिक का आविष्कार किया होम्योपैथिक दवाएं खाने में आसान,सरल, मधुर और हानिरहित होने के कारण सभी को पसन्द भी आती है, और अन्य पैथ की दवाओं से अधिक लाभ भी पहुंचाती हैं।
एसोसिएशन के संरक्षक डा0 के के सिंह जी ने कहा कि होम्योपैथिक दवाओं का परिक्षण सीधे मनुष्यों पर होने के कारण यह दवाएं हमारे मन, मस्तिष्क, व्यवहार आदि पर सीधे कार्य करती हैं। होम्योपैथिक दवाएं मानवता के लिए वरदान हैं।
वरिष्ठ चिकित्सक डा0 वेद प्रकाश श्रीवास्तव ने कहा कि होम्योपैथिक विज्ञान को जानने के लिए डा0 हैनिमैन जी द्वारा लिखित पुस्तक आर्गेनान का अध्ययन आवश्यक है।
कार्यक्रम के दुसरे चरण में डा0 अनिल कुमार पाण्डेय तथा डा0 गीता श्रीवास्तव जी को लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड तथा बाल संरक्षण के लिए उत्कृष्ट योगदान देने के लिए डा0 एस के श्रीवास्तव जी को एसोसिएशन द्वारा सम्मान पत्र, मोमेंटों तथा अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से डा0 अनिल कुमार मिश्र,डा0 एस के त्रिपाठी,डा0 शक्ति सिंह जी,डा0 विजय कुमार वर्मा, डा0 जे पी शुक्ल,डा0 माया निषाद,डा0 स्वेतांग त्रिपाठी, डा0 सुरेन्द्र पाण्डेय, डा0 राघवेन्द्र सिंह, डा एच के त्रिपाठी,डा वी एल वर्मा,डा0 दीपक पाण्डेय, डा0 राधेश्याम वर्मा, डा0 के पी पाण्डेय,डा0 अनिल कुमार पाण्डेय,डा0 एच एन चौधरी,डा0 गोविंद मिश्र आयुष विंग के डा0 वी के वर्मा,डा0 जुनैद अहमद, डाक्टर सतीश चौधरी,विनय मौर्या, विकास चौधरी, डाक्टर उमेश तिवारी,भोला प्रसाद,राजन,मनीष, रामजी चौधरी, मुनिदेव सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।