देवा मेला में पहुंचे गायक अल्ताफ़ रजा
देश के नामचीन गायक व एक समय सभी युवाओं की जुबां पर घर करने वाले प्रसिद्ध गाना आवारा हवा का झोका हूं आ निकला हूं पल दो पल के लिए गाकर गायक अल्ताफ रजा ने सुप्रसिद्ध सूफी संत हाजी वारिस अली शाह की दरगाह पर रहे दस दिवसीय मेला मे श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया और श्रोताओ की तालियों की गड़गड़ाहट से महफ़िल मे चार चांद लग गए।
देवा मेला अब अन्तिम दिनो की ओर है इसका समापन रविवार यानी 27 अक्टूबर को आतिशबाजी के साथ हो जाएगा।
वैसे इन दस दिनो मे रोजाना सांस्कृतिक पांडाल में कोई न कोई नामचीन गायक/कलाकार और कवि शायर आदि आते है और अपनी प्रस्तुति देकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध करने का काम करके ही जाते है।
शुक्रवार की शाम एक प्रेमी युवाओं के दिलों पर राज करने वाले अल्ताफ रजा पहुंचे और अपने गानों की प्रस्तुति देकर श्रोताओं प्रशंसकों को झूमने को मजबूर कर दिया।
मशहूर गायक अल्ताफ रजा के कार्यक्रम को लेकर घोषणा होने के बाद से लोगों मे खासा उत्साह था और लोग इस दिन का इंतजार बड़ी ही बेसब्री के साथ कर रहे थे।
मीडिया से मुखातिब होते हुए उन्होने कहा कि गायकी का अपना एक तौर तरीका है सूफी गायकी की भी कई प्रस्तुतियां है मेरी और सभी भाषाओं का अपना एक मुकाम है जो होना चाहिए कोई ऐसी दिक्कत नही है।