नेपाल के पानी ने भारत में मचाई तबाही चौकी हुआ जलमग्न:चारो तरफ सैलाब
नेपाल द्वारा 6.5 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद सरहदीय इलाकों में पानी रोड के ऊपर से बह रहा है हर तरह की स्थिति से निपटने के लिए जिलाधिकारी और एसपी ने स्यम मोर्चा संभाल रखा है आज पूरे दिन डीएम और एसपी अपने महकमे के साथ भीगते हुए छाता लेकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की निगरानी करते रहे साथ ही फ्लड फाइटिंग के लिए सभी एसडीएम को कमान संभालने की जिम्मेदारी दे रखी है जिले में बहने वाली रोहिन,चंदन,प्यास,महाव,झरही सभी नदीयो का जलस्तर बढ़ा हुआ है नेपाल द्वारा छोड़े गए 6.5 लाख क्यूसेक पानी में से करीब 4.3 लाख क्यूसेक पानी भारतीय क्षेत्र में दाखिल होकर तबाही मचाना सुरु कर दी है महाव नाला अभी तक के इतिहास में सबसे अधिक 12 फिट तक बह रही थी जिसके कारण नेपाल में कुछ जगह तटबंध टूट गया जिसके कारण झिंगटी में बाढ़ का पानी घुसने की आशंका जताई जा रही थी वहा भी जिला प्रसाशन ने बाढ़ बचाव राहत के इंतेजाम कर रखा है प्रसाशन की टीम पूरी तरह से मोबलाईज है.जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक महोदय उपजिलाधिकारी और क्षेत्राधिकारी निचलौल के साथ नाव से सोहगीबरवा क्षेत्र के सभी ग्राम पंचायतों का निरीक्षण किया। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष और जिलाधिकारी द्वारा शिकारपुर में राहत सामग्री का वितरण भी किया गया। जिलाधिकारी ने सभी बाढ़ प्रभावित ग्राम पंचायतों में प्रभावी ढंग से राहत सामग्री के वितरण और अन्य आवश्यक सहायता को ग्रामीणों उपलब्ध कराने हेतु उपजिलाधिकारी निचलौल को निर्देशित किया। साथ ही उन्होंने सिंचाई विभाग, स्वास्थ्य, पशुपालन सहित आपदा राहत से संबंधित विभागों को सक्रिय रहकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि बाढ़ राहत का कार्य बेहद संवेदनशीलता और सक्रियता के साथ किया जाए। किसी भी स्तर पर कोई शिथिलता क्षम्य नही होगी। उन्होंने उपजिलाधिकारी को रोज बाढ़ राहत कार्यों की समीक्षा करने का निर्देश दिया। पशुआश्रय स्थलों पर पर्याप्त चारा और दवा की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। साथ ही बाढ़ के उपरांत जल जनित रोगों से बचाव के संदर्भ में भी जरूरी व्यवस्था करने का निर्देश दिया।
बाढ़ के हालात को देखते हुए प्रभावित क्षेत्रों में एसडीआरएफ और बाढ़ पुलिस की टीमें भी लगाई गई हैं। वर्तमान में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जलस्तर कम हो रहा है और हालात पूरी तरह नियंत्रण में हैं।