छात्राओं ने वार्डन के खिलाफ खोला मोर्चा जमकर लगाए नारे किया हंगामा
झांसी बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के परिसर में झलकारी बाई गर्ल्स हॉस्टल की लड़कियों ने रात के समय वार्डन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर हंगामा कर रही है। प्रदर्शनकारी लड़कियों का आरोप है कि हॉस्टल वार्डन हमारी किसी भी काम को नहीं करती हैं। अगर किसी लड़की की रात में तबीयत खराब हो या बीमार हो उसके लिए एंबुलेंस नहीं बुलाई जाती है। वाटर कूलर को सही करने की बात कहें तो उसको भी इग्नोर कर देती है। बिजली नहीं आने और मैस की शिकायत करने पर उल्टा लड़कियों को ही दोषी ठहरा कर डांटा जाता है। इन सब परेशानियों को देखते हुए आज रात में लड़कियों ने कुलपति के बंगले के सामने प्रदर्शन कर जमकर का हंगामा किया और हॉस्टल वार्डन को बदलने की मांग की है।
प्रदर्शन कर रही एक छात्रा ने बताया कि बीते रोज एक लड़की की तबीयत खराब हो जाने की वजह से वार्डन को फोन कर एंबुलेंस भेजने के लिए कहा गया। वार्डन ने यह बात नहीं सुनी। मजबूरन लड़की को ऑटो में हॉस्पिटल लेकर जाना पड़ा। एक अन्य छात्रा ने कहा कि हॉस्टल में अच्छा खाना नहीं मिलता है। बाथरूम भी बदहाल हैं। इसके बारे में जब भी वार्डन से बात की गई तो उन्होंने कोई भी बात नहीं सुनी। वार्डन छात्राओं पर कई प्रकार की बंदिशे भी लगाती हैं। वार्डन रात में ये चेक करने आती है कि कोई लड़की मोबाइल तो नहीं चला रही है, लेकिन जब लड़कियां बीमार होती है तो कोई मदद नहीं मिलती है।
हंगामा बढ़ते देख विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक, चीफ प्रॉक्टर समेत कई विभागों के शिक्षक मौके पर पहुंच गए। उन्होंने छात्राओं से बात करने का प्रयास किया लेकिन वे असफल रहे। छात्राएं कुलपति से मिलने की मांग करती रहीं। कुलपति के शहर के बाहर होने के कारण यह संभव नहीं हो पाया। चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर आर.के. सैनी ने बताया कि रात में जानकारी प्राप्त हुई की झलकारी बाई हॉस्टल की लड़कियां कुलपति आवास की तरफ बढ़ रही हैं। उन्हें गेट पर ही रोक दिया गया। लड़कियां हॉस्टल की व्यवस्थाओं से परेशान है। उन्होंने खराब खाने और बदहाल टॉयलेट की शिकायत की। इसके साथ ही वार्डन के रवैये के बारे में भी शिकायत मिली है। कुलपति ने संदेश भिजवाया है कि वह मंगलवार दोपहर 12:30 बजे सभी छात्राओं से मिलेंगे और उनकी समस्याओं को सुनेंगे।