एनसीआरटीसी ने अत्याधुनिक मेरठ मेट्रो के ट्रेन इंटीरियर और यात्री केंद्रित सुविधाओं का किया अनावरण
एनसीआरटीसी ने आज मेरठ मेट्रो के आधुनिक ट्रेन इंटीरियर और यात्री केंद्रित सुविधाओं का अनावरण किया। इस अनावरण कार्यक्रम का आयोजन गाजियाबाद के दुहाई स्थित आरआरटीएस डिपो में किया गया, जहां एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक शलभ गोयल ने इसका उद्घाटन किया।
मेरठ मेट्रो उत्तर प्रदेश के मेरठ में संचालित होने वाली शहरी मास रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (एमआरटीएस) है, जिसका उद्देश्य शहरवासियों को एक तेज, सुरक्षित और आधुनिक परिवहन सेवा प्रदान करना है। गोयल ने बताया कि यह मेट्रो प्रणाली मेरठ के परिवहन में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी, जिससे शहर में कनेक्टिविटी, उत्पादकता और जीवन की गुणवत्ता में सुधार होगा।
मेक इन इंडिया अभियान के तहत मेरठ मेट्रो के ट्रेनसेटों का निर्माण 100% भारत में किया जा रहा है। विनिर्माण का जिम्मा मेसर्स एल्सटॉम को सौंपा गया है, जो इन ट्रेनसेटों के निर्माण के साथ 15 वर्षों तक रखरखाव की जिम्मेदारी भी निभाएगी। अब तक पांच ट्रेनसेट एनसीआरटीसी को सौंपे जा चुके है।
मेरठ मेट्रो की ट्रेनों को यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन किया गया है। वातानुकूलित ट्रेन में यात्रियों के लिए आरामदायक सीटें, सीसीटीवी कैमरे, यूएसबी चार्जिंग पॉइंट और इमरजेंसी कम्युनिकेशन सिस्टम जैसी सुविधाएं होंगी। इसके साथ ही प्लेटफ़ॉर्म स्क्रीन डोर्स (PSD) भी लगाए जाएंगे, जो यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे।
मेरठ मेट्रो का कॉरिडोर 23 किमी लंबा है, जिसमें 13 स्टेशन होंगे। इनमें से नौ स्टेशन एलिवेटेड और तीन भूमिगत होंगे। मेरठ मेट्रो के सभी स्टेशन और ट्रेनें सार्वभौमिक रूप से सुलभ होंगी, जहां विशेष रूप से महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों और विकलांग यात्रियों के लिए सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
तेजी से हो रहा निर्माण कार्य
गोयल ने बताया कि मेरठ मेट्रो का निर्माण कार्य तेजी से प्रगति कर रहा है और 2025 तक यह परियोजना पूरी तरह से जनता के लिए उपलब्ध हो जाएगी।