बीते दिनो हुए रेल हादसे में मदद करने वाले लोगों को मंडयुक्त ने किया सम्मानित
खबर गोंडा से है जहां बीते 19 जुलाई को हुए रेल हादसे में पीड़ितों के मददगारों को गोंडा जिला प्रशासन ने सम्मानित किया है। जिला प्रशासन ने ग्रामीणों को प्रशस्ति पत्र और नकद धनराशि देकर उनके इस काम को सराहा और उनको सेनानी बताया। बीते 19 जुलाई की दोपहर लगभग 2:30 बजे 15904 चंडीगढ़ डिब्रूगढ़ ट्रेन डीरेल हो गई थी और उसकी 19 बोगियां पलट गई थी। इसके बाद जो अफरा तफरी मची थी उसको लेकर सबसे पहले स्थानीय ग्रामीण ही मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया था यात्रियों को अस्पताल पहुंचने से लेकर उनके खाने-पीने और उनके सामान की सुरक्षा तक की जिम्मेदारी ग्रामीणों ने संभाल ली थी। जिला प्रशासन, रेल महकमे और स्वास्थ्य विभाग की टीम के पहुंचने तक ग्रामीणों ने ही स्थिति को नियंत्रण में रखा और उसके बाद जिला प्रशासन ने मोर्चा संभाला और एक-एक कर 4 शवों को निकाला गया था वही लगभग 31 से अधिक लोग घायलों को स्थानीय अस्पताल, मेडिकल।कालेज और लखनऊ रेफर किया गया था। इस हादसे में स्थानीय लोगों की संवेदनशीलता और सजगता के चलते जनहानि में कमी लाई गई और सैकड़ो की संख्या में ग्रामीणों ने जिस तरह से पीड़ित यात्रियों की मदद की उसको लेकर आज जिला प्रशासन ने सम्मान समारोह का आयोजन किया। झिलाही और मोतीगंज रेलवे स्टेशन के बीच पिकौरा गांव के पास यह हादसा हुआ था और आज बिशनपुर ग्राम पंचायत सचिवालय में ग्रामीणों का अभिवादन और सम्मान समारोह आयोजित किया गय। देवीपाटन।मंडल के आयुक्त शशि भूषण लाल सुशील और जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल के साथ मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को सम्मानित किया और उनको प्रशस्ति पत्र दिया। 56 से अधिक लोगों को जिला प्रशासन ने सम्मानित किया और उनके इस कार्य की प्रशंसा की वहीं मदद करने वाले ग्रामीणों ने भी बताया कि लोगों की सेवा करना उनके लिए सौभाग्य की बात थी और जिला प्रशासन का यह कार्य भी सराहनीय है।