पुनर्जन्म को मानते हैं इसलिए व्यक्ति के न रहने पर भी उसके आत्मा के कल्याण व शान्ति की कामना करते हैं
बस्ती।समाज का कल्याण करना आर्य समाज का मुख्य लक्ष्य है अर्थात शारिरिक, मानसिक व सामाजिक उन्नति का उद्देश्य लेकर आर्य समाज अपने स्थापना काल से ही सतत प्रयत्नशील है। ओम प्रकाश आर्य प्रधान आर्य समाज नई बाजार बस्ती ने बताया कि व्यक्ति के दिव्य गुणों से ही उसकी पहचान होती है आर्य समाज आमजनमानस में इन्हीं गुणों को विकसित करने के लिए प्रयासरत है।
आर्य समाज नई बाजार के सक्रिय सदस्य रचित आर्य के 29वीं जयंती पर जिला अस्पताल, वृद्धा आश्रम में फल वितरण किया गया। साथ ही निःशुल्क गुरुकुल महाविद्यालय अयोध्या में ब्रह्मचारियों को भोजन कराया गया व बाल गुरुकुल हरदिया बेलौड़ी में बच्चों को कॉपी रबर पेंसिल व कटर के साथ बिस्किट भी बांटे गए। इस अवसर पर महिलाओं के कौशल व स्वावलंबन के विकास के लिए समाज सेवी शुभ्रा सिंह को सिलाई मशीन देकर समाज कल्याण में उसका उपयोग करने की प्रेरणा दी गई। इससे पूर्व स्वामी दयानंद विद्यालय में यज्ञ कराते हुए गरूण ध्वज पाण्डेय ने कहा कि हम पुनर्जन्म को मानते हैं इसलिए व्यक्ति के न रहने पर भी उसके आत्मा के कल्याण व शान्ति की कामना करते हैं। यज्ञ के पश्चात प्रधानध्यापक आदित्यनारायण गिरि के सहयोग से विद्यालय के बच्चों से संवाद व प्रश्नोत्तरी के माध्यम से ओम प्रकाश आर्य ने उन्हें पुरस्कार वितरित किया। राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किसान राममूर्ति मिश्र ने कहा कि समाज में आपसी तालमेल बिठाने के लिए समाज को संस्कारित करने की परम् आवश्यकता है। अपनी संस्कृति की जानकारी देने के उद्देश्य से आर्य समाज द्वारा किए गए कार्य सराहनीय हैं। पत्रकार बृहस्पति पाण्डेय व समाजसेवी उपेन्द्र शुक्ल ने बच्चों से प्रश्नोत्तरी कर उन्हें पुरस्कृत किया।
इस कार्यक्रम में शिक्षक अनूप कुमार त्रिपाठी, वन्दना, अनीशा मिश्रा, अरविन्द कुमार श्रीवास्तव, दिनेश मौर्य, साक्षी, आकृति द्विवेदी, शिवांगी, प्रियंका आदि ने भरपूर सहयोग किया।