पुलिसवालों का काटा हाथ, CM योगी के मंच तक पहुंचने पर अड़ीं महिलाएं, अस्पताल पहुंचीं तो बोलीं— ‘मुझ पर भूत चढ़ा है!’
बरेली में गजब हो गया! मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सभा चल रही थी, और अचानक दो महिलाएं सुरक्षा घेरा तोड़कर मंच की ओर बढ़ने लगीं। पुलिस ने रोका, तो हाथापाई शुरू कर दी। महिला पुलिसवालियां इन्हें हटाने लगीं, तो इन्होंने सीधे उनके हाथों में काट लिया! जी हां, महिला पुलिस का हाथ काट लिया!
मंच तक पहुंचने की जिद और बवाल
ये घटना बरेली कॉलेज में सीएम योगी की सभा के दौरान हुई। देवरनिया थाना क्षेत्र की रहने वाली नीलम (30) और उसकी सहेली स्नेहा (36) मंच तक जाने पर अड़ गईं। जब पुलिस ने रुकने को कहा, तो कहने लगीं— ‘हम किसी से कुछ नहीं कहेंगी, बस मुख्यमंत्री से बात करनी है!’ तलाशी देने को तैयार नहीं, पहचान बताने को तैयार नहीं, बस जिद थी कि मंच तक जाना है।
जब पुलिस ने रोका, तो काट लिया हाथ!
महिला पुलिसकर्मी इनको हटाने लगीं, तो ये झगड़ने लगीं। फिर जो हुआ, वो शायद किसी को भी हजम न हो— इन दोनों ने दो महिला पुलिसकर्मियों के हाथों में काट लिया! जी हां, नाखून नहीं मारे, थप्पड़ नहीं मारा, सीधा ‘डायरेक्ट बाइट अटैक’! पुलिस ने किसी तरह इन्हें काबू किया और सीधे जिला अस्पताल ले जाया गया।
अस्पताल में ‘भूत’ का नया बवाल
अब सोच रहे होंगे कि मामला यहीं खत्म हो गया होगा? अरे नहीं! अस्पताल पहुंचते ही नया ड्रामा शुरू। मेडिकल चेकअप के दौरान स्नेहा अपने बाल खोलकर इमरजेंसी वार्ड में हंगामा करने लगी। चीखने लगी— ‘मुझ पर आत्मा का साया है!’ अब डॉक्टर बेचारे सोच में पड़ गए कि ये मेडिकल केस है या भूत प्रेत का मामला! आसपास के मरीज डरकर सहम गए। हालत ये हो गई कि और भी महिला पुलिसकर्मियों को बुलाना पड़ा, तब जाकर मामला शांत हुआ। शाम को श्यामगंज चौकी प्रभारी अखिलेश कुमार की ओर से दोनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई। बारादरी थाना पुलिस ने चालान करके इन्हें कोर्ट में पेश किया।
क्या है असली कहानी?
पुलिस पूछताछ में पता चला कि नीलम अपने पति और ससुरालवालों पर दहेज उत्पीड़न का केस कर चुकी है। एससी एक्ट के तहत भी मुकदमा दर्ज करा रखा है। पिछले दिनों वह अपने पति के शहर शामली भी पहुंच गई थी, जहां फिर मारपीट का केस दर्ज हुआ। अब चाहती थी कि पति और ससुराल वाले हमेशा के लिए जेल चले जाएं। जब पुलिस कानूनी प्रक्रिया समझाने लगती, तो और चिढ़ जाती जिसके बाद इस बार सीधे सीएम से मिलने की ठान ली।
तो कुल मिलाकर, मामला घरेलू झगड़े से शुरू हुआ, सभा तक पहुंचा, फिर पुलिसवालों के हाथ काटे गए, अस्पताल में भूत प्रकट हुआ, और आखिर में श्यामगंज चौकी प्रभारी अखिलेश कुमार की ओर से दोनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई। बारादरी थाना पुलिस ने चालान करके इन्हें कोर्ट में पेश किया। बरेली में ऐसा ड्रामा हुआ कि लोग अभी तक सोच रहे होंगे— ‘ये क्या देख लिया!’