पैदा हो गई बेटी तो पति सुनाता था ताना : माँ ने अपनी ही बच्ची की ले ली जान, चालीस घंटे बाद सेफ्टी टैंक से बरामद हुआ बच्ची का शव
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मृतका बच्ची -शगुन की फोटो |
गोण्डा से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया जहाँ पर एक माँ ने ममता को शर्मसार किया है। इसे कलयुग का असर कहें या कुछ और घटना सिहरन पैदा करने वाली है गोण्डा की एक निर्दयी माँ ने अपनी ही कोख को उजाड़ दिया है।
कलियुगी मां ने अपनी 8 महीने की बेटी को मार डाला।इसकी वजह ये थी की पति बेटी होने पर ताने सुनाता था जिससे वह बहुत आहत थी । घर में आये दिन विवाद होता था,शनिवार को पति से इस बात पर फिर विवाद हो गया।विवाद इतना बढ़ गया की गुस्से में मां ने जिंदा बच्ची को सेफ्टी टैंक में फेंक दिया।और फ़िल्मी कहानी की तरह परिवार को कहानी सुना दी कि जानवर उस बच्ची को उठा ले गए। जब पुलिस को शक हुआ तो , शक होने पर पुलिस ने मां से सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गई।और अपना जुर्म कबूल कर लिया।
यह पूरी घटना 28 सितंबर की परसपुर थाना क्षेत्र के मेहरबान पुरवा की है। पुलिस की मानें तो आरोपी मां का नाम जगमती है। पति माताफेर मुंबई में रहकर काम करता है। पत्नी घर में सास-सुसर के साथ रहती है। जगमती को 8 महीने पहले बेटी हुई थी।
यह है पूरा मामला......
पुलिस के बताने के अनुसार - शनिवार को जगमती का फोन परअपने पति से बात कर रही थी,बातचीत के दौरान पति से विवाद हो गया।उस दिन दोनों के बीच 5 बार बातचीत हुई। आखिरी कॉल 40 मिनट की थी। इस दौरान पति बार-बार कह रहा था कि मेरी बेटी हो ही नहीं सकती और यह पता नहीं किसकी बेटी है।यह विवाद इतना गहरा गया की पत्नी ने गुस्से में रात 11.30 बजे पत्नी ने बच्ची को सेफ्टी टैंक में जिंदा फेंक दिया। ठीक कमरे के बगल स्थित दूसरे कमरे में जगमती के 3 वर्षीय बेटे लकी के साथ लकी की दादी लेकर के सोई हुई थी। बाबा सीताराम घर के बाहर सोए हुए थे। इस बात की भनक घर में किसी को नहीं लगी।
गढ़ दिया फ़िल्मी स्टोरी
उसके बाद लगभग 1 घंटे बाद 12:30 बजे परिजनों को जंगली जानवर द्वारा बच्ची को उठा ले जाने की झूठी सूचना दी। इसके बाद परिजनों में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही आनन फ़ानन में मौके पर परसपुर थाने की पुलिस और वन विभाग के अधिकारी पहुंचे। डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक टीम ने सर्च ऑपरेशन चलाया। लेकिन किसी भी जंगली जानवर द्वारा उठा ले जाने की पुष्टि नहीं हुई और न ही बच्ची का शव मिला।सारी कोशिश बेकार साबित हुई।
40 घंटे बाद सेफ्टी टैंक से बरामद हुआ बच्ची का शव
बच्ची का शव न मिलने से पुलिस को शंका हुई।और मां बार-बार अपना बयान बदल रही थी। सास-ससुर को भी शंका हुई। इसके बाद पुलिस ने दोबारा से खोजबीन की। घर के पीछे सेफ्टी टैंक नजर आया। 40 घंटे बाद पुलिस ने सेफ्टी टैंक से पानी निकाला तो बच्ची का शव टैंक से बरामद हुआ। इसके बाद घर में कोहराम मच गया।
पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया और शव का पोस्टमॉर्टम कराया तो डूब कर मौत की पुष्टि हुई। पुलिस ने जब आरोपी मां जगमती से कड़ाई से पूछताछ की तो वह टूट गई और उसने हत्या करने की बात कबूल कर ली।
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आरोपी माँ की फोटो |
पढ़िए आरोपी मां का कबूल नामा और क्या कारण था हत्या का
पत्नी ने बताया- पति और परिजन बेटी पैदा होने के अगले दिन से ही लगातार ताने मार रहे थे। लड़ाई होने से बीच में कई दिन बात भी बंद रही हम दोनों में।मुझको यह ताना बर्दाश्त नहीं होता था मैं उब गई थी।शनिवार को बात चीत के दौरान कहा- बेटी पैदा हो गई। मैंने कहा कि इसमें मेरी क्या गलती। लेकिन पति और उसके घर वालों को लगता था कि मेरी गलती है। मेरे में ही कोई कमी है।
मैं बहुत परेशान थी। रात में जब सब सो गए। तब बेटी को उठाया। जिंदा सेफ्टी टैंक में डाल दिया। इसके एक घंटे बाद परिजनों को झूठ बोल दिया कि जंगली जानवर बच्ची को उठा ले गया।