एससीआर मे शामिल हुआ बाराबंकी, जिले की 27 लाख आबादी को मिलगी मेट्रो सिटी जैसी सुविधाएं
आजादी के बाद बाराबंकी जिले के विकास और कायाकल्प की सबसे बड़ी पहल हुई है I दिल्ली एनसीआर की तर्ज पर लखनऊ-बाराबंकी समेत छह जिलों को शामिल कर बनाए जा बनाये जा रहे स्टेट कैपिटल रीजन (एससीआर) में जिले की करीब 27 लाख की आबादी को मेट्रो सिटी जैसी सुविधाएं मिलेंगी। प्रदेश कैबिनेट में मंजूरी के बाद राज्यपाल ने भी एससीआर को हरी झंडी दे दी है। 4402 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में बसे जिले के लोगों को भी मेट्रो, बाईपास, ओवरब्रिज आदि बड़े शहरों की सुविधाएं मिलने के साथ ही रोजगार के अवसर की भी संभावनाएं बढ़ गई है । इसके साथ ही जिले में व्यावसायिक और आवासीय गतिविधियों के भी बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है।
एनसीआर की तर्ज पर एससीआर बनाने की कवायद दो साल से चल रही है। नवंबर 2023 में योगी सरकार ने राज्य राजधानी क्षेत्र और अन्य क्षेत्र प्राधिकरण विधेयक 2023 का ड्राफ्ट तैयार किया था। एससीआर में बाराबंकी जिले के 234 गांव शामिल करने का प्रस्ताव बनाकर अधिसूचना जारी हुई थी। ये गांव बंकी, देवा, हरख और निंदूरा ब्लाकों के हैं। इनका कुल क्षेत्रफल 57828.10 हेक्टेयर है। इसे लेकर इस पर लोगों से ऑनलाइन सुझाव मांगे गए थे। बाराबंकी से भी लोगों ने एससीआर के गठन को लेकर सुझाव और सहमति दी थी। इसके बाद एससीआर के गठन का रास्ता साफ हो गया। साफ जाहिर है कि अब 234 गांव शहर बन जाएंगे। चूंकि एससीआर के सभी छह जिलों को मेट्रो ट्रेन व परिवहन की अन्य सुविधाओं से जोड़ा जाएगा, इसलिए बाराबंकी को भी मेट्रो सिटी जैसी सुविधाएं मिलेगी।