मैनपुरी से लोकसभा सदस्य श्रीमती डिम्पल यादव ने आज सवाल किया कि केन्द्र के बजट में उत्तर प्रदेश को क्या मिला है? उन्होंने कहा कि किसान परेशान है, युवा बेरोजगार और निराश है। मनरेगा में काम नहीं मिल रहा है, अग्निवीर योजना से युवाओं का सम्मान गिरा है और स्वास्थ्य-शिक्षा का स्तर में गिरावट आई है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
श्रीमती डिम्पल यादव ने लोकसभा में बजट पर चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि किसान को अनिवार्य एमएसपी नहीं मिल रही है, खाद में सब्सिडी देने का वादा नहीं निभाया गया। यह भी चुनाव के दौर में वादा किया गया था कि आवारा पशुओं की समस्या का समाधान किया जाएगा। उनसे निजात दिलाई जाएगी। वह तो हुआ नहीं रात-रात भर खेत की निगरानी करने के लिए लोग चौकीदार बन गए हैं। इस सम्बंध में क्या किया गया?
श्रीमती यादव ने कहा कि 700 किसानों ने अपने हक के लिए जान दे दी। लखीमपुर खीरी में किसानों को मंत्री के बेटे ने रौंद दिया। एक लाख से ज्यादा किसानों ने अब तक आत्महत्या कर ली है। फसल बीमा योजना की चर्चा है पर उससे कितने लाभान्वित हुए? उसमें कितनी गिरावट आई? एक दशक की अवहेलना से ग्रामीण अर्थव्यवस्था चरमरा गई है।
श्रीमती डिम्पल यादव ने कहा कि मनरेगा में कार्य दिवस बढ़ाकर 100 दिन का वेतन मिलना चाहिए। मनरेगा का बजट नहीं बढ़ा है। शिक्षा का बजट घट गया है। शिक्षा बजट में कमी के पीछे स्पष्ट है सरकार की नीयत ठीक नहीं है। स्वास्थ्य का बजट भी कम हो गया है। देष में कैंसर के केस बढ़ रहे हैं। केन्द्र और राज्य दोनों सुचारू रूप से योजनाएं नहीं चला पा रहे हैं। जनता को सस्ता इलाज नहीं मिल रहा है। स्वास्थ्य केन्द्रों में स्टाफ की कमी है।
श्रीमती यादव ने कहा कि अग्निवीर योजना से युवाओं की प्रतिष्ठा और सम्मान गिराने का काम किया गया है। जातीय जनगणना की जरूरत है। युवाओं के मन में निराशा है। रोजगार के वादे पूरे नहीं हुए। बेरोजगारी दर घटने के बजाय बढ़ रही है।
श्रीमती डिम्पल यादव ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा की स्थिति चिंता जनक है। महिलाओं के प्रति अपराध दर बराबर बढ़ रही है। उत्तर प्रदेश में समाजवादी सरकार में महिलाओं को वूमेन पावर लाईन 1090 के द्वारा सुरक्षा दी गई थी। केन्द्रीय बजट में महिलओं की सुरक्षा के लिए क्या व्यवस्था की गई है।