-पत्नी की निर्मम ह्त्या में पति को मिली फांसी की सजा
मामला उत्तर प्रदेश के बाँदा से सामने आया है जहाँ पर आज बाँदा जिला न्यायाधीश के द्वारा पत्नी की ह्त्या के आरोप में सजा काट रहे पति किन्नर यादव को फांसी की सजा सुनाई गयी है । बताते चले की पूरा मामला 2020 का है जब किन्नर यादव के द्वारा अपनी पत्नी की निर्मम तरीके से ह्त्या कर दी गयी थी इतना ही नहीं किन्नर यादव के द्वारा अपनी पत्नी की ह्त्या करने के बाद उसका कटा हुआ सर घर से लेकर पुरे रास्ते हाथ में लेकर बबेरू कोतवाली पहुच गया था। घटना के बाद से पुरे इलाके में दहशत का माहौल बन गया था इतना ही नहीं किन्नर यादव के हाथों में उसी की पत्नी का कटा हुआ सर देख कर बबेरू पुलिस के भी हाथ पेैर फूल गए थे। फ़िलहाल लगभग साढ़े तीन साल सजा काटने के बाद आज किन्नर यादव की पत्नी बिमला को आखिर इंसाफ मिल ही गया और हत्यारे पति को मौत की सजा सुनाई गयी है ।
आपको बतादें कि पूरा मामला बाँदा जनपद के बबेरू कस्बे का है जहाँ के रहने वाले किन्नर यादव को आज फांसी की सजा सुनाई गयी है। मामला साल 2020 के अक्टूबर महीने का है जहाँ बबेरू कस्बे के नेता नगर में रहने वाली बिमला अपने बच्चों के साथ रहती थी और वहीँ बिमला का पति किन्नर यादव प्रयागराज में हलवाई का काम करता था उसी दौरान उसकी पत्नी का पड़ोस के रहने वाले बंटा नाम के एक व्यक्ति के साथ अवैध सम्बन्ध बन गए ऐसा किन्नर यादव को शक था। बताया जा रहा है की शायद किन्नर यादव ने अपनी पत्नी बिमला को पडोसी बंटा के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया था जिसके बाद से वह परेशान चल रहा था । एक दिन सुबह किन्नर यादव ने पडोसी बंटा को अपने घर बुलवाया और जैसे ही बंटा बिमला के घर पहुंचा तो किन्नर यादव ने बंटा पर धारदार गणासे से जानलेवा हमला कर दिया जैसे तैसे बंटा वहां से अपनी जान बचा कर भाग निकला लेकिन फिरभी किन्नर यादव का गुस्सा शांत नहीं हुआ और उसने क्रोध में आकर अपनी पत्नी बिमला पर भी जानलेवा प्रहार कर दिया और उसकी निर्मम तरीके से ह्त्या कर दी इतने में भी किन्नर यादव का गुस्सा शांत नहीं हुआ तो उसने अपनी पत्नी बिमला का उसके शरीर से गर्दन अलग कर दी उसके बाद उसे अपने घर से लेकर बाजार के रास्ते होते हुए बबेरू कोतवाली पहुंच गया किन्नर यादव का भयानक रूप देख कर कोतवाली की पुलिस भी हैरान हो गयी और डरते डरते पुलिस ने उससे पुरे मामले की जानकारी ली उसके बाद उसे हिरासत में लेकर क़ानूनी प्रक्रिया करते हुए जेल भेजने का काम किया था ।
अगर बात करे पुरे मामले की तो यह मामला लगभग साढ़े तीन साल पुराना है बाँदा कोर्ट में मामला विचाराधीन चल रहा था जिस पर आज बाँदा जिला जज के द्वारा आरोपी किन्नर यादव को फांसी की सजा सुनाई गयी है पुरे मामले की जानकारी देते हुए सरकारी अधिवक्ता विजय बहादुर सिंह परिहार ने बताया की मामला अक्टूबर 2020 का था जिस पर आज कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है जिस तरह से किन्नर यादव ने निर्मम तरीके से अपनी पत्नी की ह्त्या की थी उस पर यह सजा सुनाई गयी है पुरे मामले में धारा 302 के तहत फांसी की सजा साथ में दस हजार रूपए का जुर्माना भी लगाया गया है वहीं धारा 324 के तहत भी तीन वर्ष की सजा व तीन हजार रूपए का जुर्माला लगाया गया है सम्पूर्ण मामले में ग्यारह गवाह पेश किये गए थे जिसमे से चार मुख्य गवाह थे जिनकी गवाही के आधार पर ही मौत की सजा सुनाई गयी है