क्या आप भूल चुके हैं इस अभिनेत्री को, अनोखी है इनके जीवन की दास्तान
70 के दशक में अपने नकारात्मक किरदारों की वजह से मशहूर अभिनेत्री बिंदु को अपनी असल जिंदगी में भी नकारात्मक छवि को झेलना पड़ा था। इस अभिनेत्री ने अपने फ़िल्मी सफर की शुरुवात वैम्प किरदार के रूप में नहीं की थी। मगर बाद में इन्हें नकारात्मक किरदार मिले, जिसमें लोगों ने उन्हें पसंद भी किया। लेकिन, इसका असर इनकी असल जिंदगी पर भी पड़ा।
गुजरे जमाने में हमने कई क्लासिक एक्टर्स को देखा जो अपनी एक्टिंग और जौहर से सभी का दिल जीत लेते थे। अलग-अलग फिल्मों में कई सारे लीड एक्टर्स होते थे, लेकिन उन फिल्मों में अक्सर वैम्प या फिर बोल्ड किरदार में बिंदू दिखती थीं। बिंदू वो नाम बन चुकी थीं जो किसी भी फिल्म में ग्लैमर लेकर आती थीं और 70 के दशक में बोल्ड और ब्यूटिफुल का टैग उन्हें मिला था। बिंदू ने फिल्म इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान बना ली थी और उन्हें लोग इतना पसंद करते थे कि उनके पर्दे पर आते ही तालियां बजने लगती थीं।
बिंदू का पूरा नाम है बिंदू नानूभाई देसाई जो फिल्म प्रोड्यूसर नानूभाई देसाई की बेटी हैं। वो थिएटर में हमेशा से ही दिलचस्पी लेती थीं और हमेशा से ही एक्ट्रेस बनना चाहती थीं। बिंदू एक्ट्रेस वैजयंती माला की बहुत बड़ी फैन थीं। 1962 में फिल्म 'अनपढ़' से अपना करियर शुरू करने के बाद बिंदू ने पीछे पलट कर नहीं देखा। इसके बाद ही उन्हें 'इत्तेफाक' और 'दो रास्ते' दोनों फिल्में मिलीं जो बॉक्स ऑफिस पर हिट भी हुईं और उन्हें फिल्म फेयर नॉमिनेशन और अवॉर्ड भी मिले। वैसे तो बिंदू हमेशा से ही एक्ट्रेस बनना चाहती थीं, लेकिन डायरेक्टर्स को लगता था कि वो बहुत पतली हैं और फिल्म 'दो रास्ते' से ही बिंदू ने निगेटिव रोल करने शुरू कर दिए।
वैसे तो बिंदू के पिता खुद एक प्रोड्यूसर थे और वो जाना-माना नाम हुआ करते थे, लेकिन बिंदू के पिता को उनका एक्टिंग करना बिलकुल भी पसंद नहीं था। वो चाहते थे कि बिंदू डॉक्टर बनें। बिंदू ने अपने स्कूल में कई नाटकों में हिस्सा लिया और उनके दोस्तों ने उन्हें एक्टिंग करने की सलाह दी। पर ये सब कुछ बिंदू के घर वालों को कतई पसंद नहीं था।
बिंदू के पिता को जल्द ही बीमारियों मे घेर लिया और बिंदू के ऊपर पूरे परिवार की जिम्मेदारी आ गई। 8 बच्चों में सबसे बड़ी बिंदू ने अपने परिवार का बीड़ा उठाया और पिता की मौत के बाद काम करना शुरू किया। एक इंटरव्यू में बिंदू ने बताया था कि उनके पिता ने काफी कर्ज छोड़ा था जिसे चुकाने के लिए बिंदू ने काम किया और 11 साल की उम्र में ही मॉडलिंग शुरू कर दिया और जल्दी ही फिल्मों में एंट्री ले ली।
बीबीसी’ को दिए एक इंटरव्यू के मुताबिक बिंदु ने इससे जुड़ा एक किस्सा भी बताया था। बिंदु ने बताया था कि एक बार वो अपनी बहन के बच्चों के साथ फिल्म देखने गयी थी। उस फिल्म में उन्होंने एक बुरी मां का किरदार निभाया था। फिल्म देखने के दौरान बहन के बच्चे फिल्म देखते हुए बिंदु को ही देखते रहते थे। इस दौरान बच्चों ने बिंदु से कहा ‘बिंदु आंटी, आप हमारे साथ तो ऐसा नहीं करती तो फिर फिल्म में ऐसा क्यों करती हो?’
अपने किरदारों से ठीक उल्टा बिंदु खुद भी शूटिंग के दौरान इस तरह का बुरा बर्ताव करने पर बहुत बुरा महसूस करती थी। इसी तरह फिल्म ‘अमर प्रेम’ में बिंदु ने एक सौतेली मां का किरदार निभाया था। जिसकी शूटिंग के समय एक सीन में उन्हें एक बच्चे को थप्पड़ मारना था। सीन फिल्माने के बाद बिंदु खूब रोई थी। ऐसा नहीं है कि बिंदु ने सिर्फ और सिर्फ नकारात्मक किरदार निभाए है। उन्होंने कई फिल्मों में कॉमेडी भी की है। जिसे दर्शकों ने खूब पसंद भी किया है।