महिला की बक्से में मिली लाश हत्या की बड़ी वजह आई सामने
कंसहरी में 31 मार्च को बक्से में मिली थी महिला की लहूलुहान लाश, एसपी ने आज मामले का किया खुलासा।एसपी ने कहा अवैध संबंधों के चलते महिला की मऊ जिला में हत्या कर शव को बक्से में भरकर गाजीपुर में फेंका गया था।महिला की हत्या कर शव को बक्से में भरकर गाजीपुर के कंसहरी गांव के पास फेंका गया था। गाजीपुर पुलिस की स्वाट, सर्विलांस व थाना मरदह थाने की संयुक्त टीम की कार्रवाई में हुआ खुलासा।मामले में गाजीपुर की पुलिस ने आला कत्ल के साथ 1 महिला समेत 3 आरोपियों को किया गिरफ्तार।मरदह थाना इलाके के कंसहरी गांव के पास की घटना।
गाजीपुर के मरदह थाना क्षेत्र के कंसहरी गांव के पास 31 मार्च को अज्ञात महिला की बक्से में खून से लतफत लाश मिली थी। मामले में आज आलाकत्ल के साथ एक महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार एसपी ओमवीर सिंह ने अपने कार्यालय में मीडिया के सामने पेश कर किया है। इस दौरान एसपी ने बताया कि महिला की हत्या अवैध संबंधों में की गई है। महिला की हत्या मऊ जिला में कई गई थी और उसकी लाश को गाजीपुर के कंसहरी गांव के पास फोरलेन पर बक्से में भरकर फेंक दिया गया था। मामले का खुलासा आज स्वाट, सर्विलांस व थाना मरदह थाने की संयुक्त टीम के द्वारा किया गया है। मामले में 1 महिला समेत 3 को मरदह थाना क्षेत्र के हैदरगंज पूर्वांचल एक्सप्रेसवे अंडर पास के नीचे से गिरफ्तार किया गया है।
फिलहाल मामले में एसपी ओमवीर सिंह ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में अनूप गुप्ता उर्फ छोटू पुत्र राधाकृष्ण गुप्ता निवासी ग्राम कासिम पोखरी थाना कोतवाली जनपद मऊ, पंकज वर्मा उर्फ मोहनी पुत्र गोपाल प्रसाद वर्मा निवासी वार्ड नं0-21 बरहज थाना बरहज जनपद देवरिया और असगरी खातून पत्नी मो0 इरशाद निवासी ग्राम हैदर नगर नन्दू पोखरा थाना कोतवाली जनपद मऊ से पूछताछ में अभिय़ुक्त अनूप गुप्ता द्वारा बताया गया कि मेरा पिछले लगभग 02 वर्ष से मृतका शीला यादव व असगरी खातून के साथ अवैध सम्बन्ध था । मै ब्रह्मस्थान शहादतपुरा थाना कोतवाली मऊ में किराये पर रहता था। जहाँ शीला व असगरी मुझसे मिलने आया करती थी। पिछले कुछ समय से मृतका शीला मुझपर लगातार शादी करने के लिए दबाव डाल रही थी व पैसे की भी माँग करती रहती थी। उसे मैने लगभग 1.50 से 2.00 लाख रुपये दिया भी था । लेकिन वह मुझसे लगातार और पैसे की माँग कर रही थी मैं उसके दबाव व पैसे की माँग से आजीज आ चुका था तथा उससे छुटकारा पाने के लिए मैने उसे अपने रास्ते से हटाने के लिए 30 मार्च को अपने कमरे पर बुलाया। जहाँ पूर्व योजना के तहत पहले से मौजूद पंकज वर्मा व असगरी के साथ मिलकर मैने उसके सिर पर बांस के डण्डे से मारकर तथा उसका सर फर्स पर पटक कर उसकी हत्या कर दी, तथा उसके शव को बोरे में भरकर कमरे मे ही छिपा दिया । अगले दिन मेरे द्वारा मऊ से स्टील का बक्सा खरीदकर उसमे शव को भर दिया तथा उसको एक आटो पर रखकर कंसहरी गांव के पास फोरलेन के किनारे रख कर चला गया । इसके पश्चात मैंने मऊ का कमरा छोड़ दिया व मरदह क्षेत्र में ही किराये पर असगरी व पंकज के साथ रहते हुए घटना व पुलिस की कार्यवाही पर नजर रख रहा था ।