आर्य वीर दल बस्ती द्वारा आत्म रक्षा शिविर का हुआ समापन

बस्ती।आर्य वीर दल बस्ती द्वारा उर्मिला एजुकेशन अकादमी में आयोजित चरित्र निर्माण शिविर के समापन के अवसर पर आर्य वीरों द्वारा प्रशिक्षक विनय आर्य के सानिध्य में आत्मरक्षार्थ लाठी, जूडो कराटे, त्रिदेश मुष्टि प्रहार, अर्द्धमुष्टि प्रहार, हस्ततल प्रहार आदि का प्रदर्शन कर लोगों को क्रान्तिकारियों का दर्शन कराया। योगासनों एवं व्यायामों के माध्यम से बच्चों ने विभिन्न प्रकार के स्तूप, मानव पुल एवं हिमालय सहित दर्जन भर दृश्यों का प्रदर्शन किया साथ ही आग के गोले में दो-दो बच्चों ने एक साथ छलांग लगाई। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप उपस्थित सेवानिवृत्त कर्नल के सी मिश्र ने कहा कि बच्चे राष्ट्र की अमूल्य निधि होते हैं इनका संरक्षण माता पिता और आचार्य के माध्यम से होता है। उत्तम संस्कारवान माता-पिता ही अपने बच्चों को सक्षम गुरू के हाथों में सौंप पाते है जिससे उनका अतुलनीय निर्माण हो पाता है। आर्य वीर दल निश्चित रूप से ऐसी ही पौध तैयार कर रहा है। आर्य वीर दल शस्त्र का प्रयोग शास्त्र के अनुसार ही करता है इसके माध्यम से हमारे देश का युवा अपने राष्ट्र को निरन्तर रक्षित करता रहता है। इस कार्यक्रम में रोहन आर्य व शीतल राव ने शिविर सर्वोत्तम का पुरस्कार प्राप्त किया एवं हिमांशु कुमार व दीपिका चौधरी को विशेष बाल आर्य वीर पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
वहीं शारीरिक में आर्य वीर अनुज मिश्र व शिवांगी ने प्रथम विशाल चौरसिया शिवान्श त्रिपाठी सन्जना यादव श्री त्रिपाठी ने द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया। बौद्धिक मे सत्यम वर्मा व अंकिता कन्नौजिया ने प्रथम आदर्श पटेल राहुल कुमार आकांक्षा चौधरी आस्था पान्डेय ने द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया। अनुशासन में राम मोहन पान्डेय व मानवी ने प्रथम विवेक सोनी, ओम गुप्ता,अवनी गुप्ता, बेबी जायसवाल ने द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया। सेवा में अभय त्रिपाठी व पूजा अग्रहरि ने प्रथम अभय सोनी, सुर्यांश मिश्र, शिफा अखलाक और मीनाक्षी शर्मा ने द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया।इससे पूर्व अतिथियों को प्रशिक्षक विनय व दीपक आर्य द्वारा परेड निरीक्षण कराया गया तथा मार्च पास करते हुए आर्य वीरों को सलामी दी गयी। अन्य प्रमुख अतिथियों का तिलक लगाकर सम्मान किया गया। कार्यक्रम का प्रारम्भ ईश वन्दना से किया गया। इसके पश्चात मुख्य प्रशिक्षक विनय व ज्योती आर्य के नेतृत्व में आर्य वीरों वीरांगनओं द्वारा प्रस्तुत संगीतमय सर्वांग सुन्दर व्यायाम, सूर्य नमस्कार, भूमि नमस्कार देखकर उपस्थित अभिभावक एवं अन्य गणमान्य गदगद हो रहे थे वहीं युवा नई चेतना प्राप्त कर रहे थे। कार्यक्रम का संचालन करते हुए पंकज त्रिपाठी ने कहा कि आज घर-घर में आर्य वीरों की आवश्यकता है। ओम प्रकाश आर्य ने कहा कि आर्य वीर अपने देश के साथ कभी धोखा नहीं कर सकता समाज के साथ गद्दारी नहीं कर सकता। इतिहास साक्षी है कि जब-जब राष्ट्र पर कोई संकट आया है तब-तब आर्य वीरों ने अपने प्राणों की बाजी लगाकर देश को बचाया है।
भारत विकास परिषद के अध्यक्ष डा डी के गुप्ता ने अपेक्षा की कि इस शिविर को ब्लाक स्तर के विद्यालयों में गैर आवासीय रूप से लगाया जाय। तभी गाॅव-गाॅव से चरित्रवान नागरिक निकल सकेंगे। शिविराध्यक्ष अखिलेश दुबे ने कहा कि बच्चों को उनकी रुचि के अनुसार ही बनने दें साथ ही अभिभावकों को अपने बच्चों को आर्य वीर दल के चरित्र निर्माण शिविर में अवश्य भेजें तभी उनका निर्माण सम्भव है। आर्य वीरांगना शिविरध्यक्ष श्रीमती राखी दुबे ने कहा की नारी शक्ति अपने में राष्ट्र निर्माण की शक्ति रखती है। हमारी बेटियों में उस शक्ति के जागरण के लिए पूरे जिले में ऐसे शिविरों का आयोजन किया जाएगा। जिससे चरित्रवान व सशक्त भारत का निर्माण किया जा सके।शक्ति संगठन की संचालिका कात्यायनी दुबे ने बताया कि बेटियों को शक्तिमान व सशक्त बनाने के लिए संगठन हर सम्भव प्रयास करेगी।
विनय, शन्नो दुबे, शशिकला श्रीवास्तवा, कैलाश दुबे, अवधेश त्रिपाठी अध्यक्ष ग्रामीण पत्रकार एसोसियेशन बस्ती, राम कमल सिंह, डा अलोक पान्डेय, पवन कसौधन पूर्व जिलाध्यक्ष बी जे पी, विनोद शुक्ल आदि ने भी इस कार्यक्रम की सराहना की। अन्त में पंकज त्रिपाठी, अनुराग शुक्ल एवं गरुण ध्वज पाण्डेय ने कार्यक्रम में प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से सहभागी लोगों एवं अभिभावकों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से सन्तोष सिंह, प्रभुप्रीत सिंह, सर्वजित सिंह, सुदामा पान्डेय, सौरभ तुलस्यान, ओंकार मिश्र, वेद कुमार आर्य, मालती पान्डेय, सहित अनेक अनेक लोगों ने अपना सहयोग दिया।